bobby

लाइब्रेरी में जोड़ें

प्यार के पंछी

शीर्षक प्यार के पंछी



प्यार के हम दो पंछी ,बंधे रहे एक दूजे से।
रहते हैं एक ही डाली में ,निहारते रहते एक दूजे को।


साथ साथ में गगन में घूमते ,देखते नैनों से नवीन दृश्य को 
वापस लौटकर आते अपनी डाली में,करते कुछ क्षण आराम।

प्यार के युग में नफरते भी होगी ,
किसी के मन में कड़वाहट भी होगी।
जो करेगा प्यार हमसे, वो आजाद भी करेगा ,
जो करेगा नफरत हमसे ,वो कैद भी करेगा।

सारी नफरतो की दुनिया से दूर निकलकर ,
प्यार की इस दुनिया में बसने हम आए है।
हम तो है प्यारे से दो ही पंछी ,
प्यार से ही रहने यहां आए हैं।

प्यार के हम दो पंछी ,बंधे रहे एक दूजे से।
रहते हैं एक ही डाली में ,निहारते रहते एक दूजे को।


जो करेगा हमसे प्यार उसको अपनापन देंगे,
जो करेगा हमसे नफरत उसको भी अपनापन देंगे।
आप सभी की इस प्यारी सी महफिलों में,
प्यार ही प्यार से रंग भर देंगे।

प्यार के हम दो पंछी ,बंधे रहे एक दूजे से।
रहते हैं एक ही डाली में ,निहारते रहते एक दूजे को।

प्यार के बाद नफरत से डर लगने लगता है,
आपसे मिलने के बाद बिछड़ने से डर लगता हैं।
हम तो प्यारे से दो ही पंछी है ,
हमको तेज हवा में उड़ने के बाद,
नीचे गिरने से डर लगता हैं।

नाजुक नाजुक रहते है पंख हमारे ,
थोड़ी सी उड़ान भरनी बाकी है।
कोशिश तो कर रहे हैं उड़ने की ,
पंखों में थोड़ी जान आना बाकी है।

आसमानों की ऊंचाई में जाना बाकी है,
लोगो की भीड़ में शामिल होना बाकी है।
कोशिश तो कर रहे हैं उड़ने की ,
पंखों में थोड़ी जान आना बाकी है।

प्यार के हम दो पंछी ,बंधे रहे एक दूजे से।
रहते हैं एक ही डाली में ,निहारते रहते एक दूजे को।

कभी कभी डर लगता हैं बड़े बड़े पक्षियों से,
कही हमे छोटा समझकर गलत ही न समझ ले।
चाहे कुछ भी समझकर रखें हमे, हम जान अपनी लगा देंगे।
आसमान चाहे कितना भी ऊंचा ही क्यों न हो, हम जान लगा देंगे।
एक दिन इन बड़े पक्षियों को ,आसमान में उड़कर दिखा देंगे।

पंखों को कमजोर न समझो तुम ,थोड़ी उड़ान बाकी है,
धीरे धीरे होंगे मजबूत , अभी तो पूरा आसमान उड़ना बाकी है।

प्यार के हम दो पंछी ,बंधे रहे एक दूजे से।
रहते हैं एक ही डाली में ,निहारते रहते एक दूजे को।

Bobby choudhary 
प्रतियोगिता हेतु 




   2
0 Comments